लम्मा का बैंक प्रबंधक मि० जाधव गुप्त कामुक रूप से वेलम्मा की और आकर्षित है. इसलिए जब वेलम्मा अपने कुछ गहने एक लॉकर में रखने के लिए बैंक में आती है तो बैंक प्रबंधक मोहन जाधव उन दोनों के साथ में बैंक लोकर में बंद हो जाने की योजना बनाता हैं। हालाँकि वेलम्मा अपने सम्मान की लड़ाई की शुरुवात अच्छे से करती है लेकिन जाधव की झूठी भावनात्मक कहानी उसे कमजोर कर देती है.