बाबू ने वेलम्मा की वजह से अंशुल को धमकाना छोड़ दिया जो इस सन्दर्भ में उसके विकृत सपनों को पूरा करती है. लेकिन एक लड़की द्वारा ठुकरा दिए जाने की वजह से वो अभी भी निराशा में है. अब वेलम्मा इस बेचारे लड़के को खुश करने के लिए वही करती है जो उसे सकारात्मक रूप से सोचने में मदद करता है.