जब वीणा अपने माता पिता से मिलने जाती है तो पाती है है कि रमेश और वेलम्मा दोपहर में भी संभोगरत हैं. वीणा को याद आता है की कैसे इसी तरह एक बार वेलम्मा और रमेश को एक साथ चुदाई करते देखना ही एक सेक्सी परिणाम लेकर आया था जब अपने चचेरे भाई के साथ उसने अपना कौमार्य भंग किया था.